पटना। बिहार भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने गुरुवार को कहा कि सत्तर के दशक के मध्य में केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने संविधान को रौंदते हुए आपातकाल लगाया था, इसलिए उसे (Congress) संविधान बचाने जैसे मुद्दों पर बात करने का कोई अधिकार नहीं है।
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल(Dilip Jaiswal) ने गुरूवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि केंद्र की कांग्रेस सरकार ने सत्तर के दशक के मध्य में संविधान को रौंदते हुए आपातकाल लगाया था। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी को संविधान की कोई परवाह नहीं थी और जिसने आपातकाल लगाया, वह अब संविधान बचाने की बात कर रही है।उन्होंने कहा कि आज जो कांग्रेस के नेता लोकतंत्र की बात करते हैं, उन्हें तो चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए। यदि इनमें जमीर बचा है तो इन्हें आज का दिन याद करना चाहिए। कांग्रेस ने सही अर्थों में संविधान का चीरहरण किया है। चीरहरण करने वाले आज संविधान की पुस्तक लेकर घूमते हैं। उस दौर में चुनी हुई सरकार को राष्ट्रपति शासन लगाकर गिरा दिया जाता था।
श्री जायसवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि तीन लगातार प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सभी एक ही परिवार से थे। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस किस तरह की लोकतांत्रिक संस्कृति और भावना का पालन करती है।अब हिंदुस्तान की जनता जाग चुकी है, यही कारण है कि आज कांग्रेस का पतन हो गया। जो बचा है उसे डुबाने की कसम कांग्रेस सांसद राहुल गांधी खा चुके हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने के लिए 1953 में बनी काका कालेलकर आयोग की रिपोर्ट को 25 साल तक कांग्रेस ने दबाए रखा, परिणाम हुआ कि रिपोर्ट कांग्रेस की टेबलों के नीचे दफन हो गई। 1977 में जब कांग्रेस की सरकार गई और जनसंघ के समर्थन वाली सरकार बनी तो मंडल कमीशन बनाया गया। दुर्भाग्य से मंडल कमीशन की रिपोर्ट आई तब तक दुबारा कांग्रेस सरकार में आ गई थी। नौ साल तक इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की अगुवाई में कांग्रेस का शासन रहा और मंडल कमीशन की रिपोर्ट दबाने का पाप कांग्रेस ने किया। देश में जब एक बार फिर भाजपा के समर्थन से चल रही वीपी सिंह की अगुवाई वाली सरकार बनी तब मंडल कमीशन लागू हुआ और पिछड़ों को आरक्षण मिला।
श्री जायसवाल ने सवाल करते हुए कहा कि आजादी के बाद 40 साल तक पिछड़ों का हक़ मारने का पाप करने वाली कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गठबंधन की मजबूरी क्या है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता आज संविधान की पुस्तक लेकर इस लिए घूम रहे हैं कि ये सत्ता के लिए बेचैन हैं। उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, आजकल राहुल गांधी को झूठ का शंख फूंकने का नशा चढ़ा है। जाति जनगणना का श्रेय कूद-कूद कर ले रहे हैं। अब भला बताइए देश आजाद हुआ 1947 में। तबसे लेकर 60 साल तक कांग्रेस की सरकार रही। राहुल गांधी के ही पिता, दादी, नाना प्रधानमंत्री रहे, तब क्यों नहीं करा लिया जाति जनगणना। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछली जनगणना तो 2011 में हुई। राहुल गांधी संसद में थे। राजद, कांग्रेस का समर्थन कर रही थी। जाति जनगणना की मांग भी उठी थी। लेकिन ओबीसी-पिछड़ा-दलित विरोधी कांग्रेस ने 2011 में कास्ट सेंसस की जगह कास्ट सर्वे कर दिया। इस पाप में राजद भी हिस्सेदार थी। किस मुंह से ये बात करेंगे पिछड़ों और दलितों की।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Thu, Jun 05 , 2025, 09:58 PM