Brain Cancer ke Lakshan : ब्रेन ट्यूमर एक गंभीर बीमारी है। इससे मरीज के आगे बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि इसमें ब्रेन सर्जरी की संभावना होती है। अगर इस बीमारी का निदान शुरुआत में ही हो जाए तो मेडिकल साइंस (medical science) की तरक्की की वजह से मरीज की जान बच सकती है। इसलिए इस बीमारी का निदान शुरुआत में ही कर लेना जरूरी है। आइए विशेषज्ञों से जानें कि ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण क्या हैं। और इस बीमारी के बारे में डॉक्टरों की क्या राय है।
ब्रेन ट्यूमर क्या है?
ब्रेन ट्यूमर एक तरह का ट्यूमर है। यह मस्तिष्क के किसी भी हिस्से में कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि से बनता है। यह ट्यूमर कैंसरयुक्त घातक हो सकता है। यह गैर-कैंसरयुक्त सौम्य भी हो सकता है। लेकिन ट्यूमर चाहे किसी भी तरह का हो, यह मस्तिष्क के कार्य को प्रभावित कर सकता है। कई बार यह जानलेवा भी हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि इस बीमारी के शुरुआती लक्षण क्या हैं।
ब्रेन ट्यूमर धीरे-धीरे बढ़ता है और इसके लक्षण शुरुआत में बहुत आम होते हैं, उदाहरण के लिए, सिरदर्द या चक्कर आना। लेकिन इन शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना भी ख़तरनाक हो सकता है, सर्वोदय अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉ. गंगेश गुंजन (Dr. Gangesh Gunjan) कहते हैं।
लगातार और बिगड़ता हुआ सिरदर्द
अगर आपको हर दिन एक ही समय पर सिरदर्द होता है, जो दवा से भी ठीक नहीं होता है, या सुबह उठने पर आपको बहुत ज़्यादा दर्द होता है, तो यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है।
बोलने या सुनने में समस्या
अगर ट्यूमर मस्तिष्क के बोलने और सुनने वाले हिस्से में है, तो आपको बोलने या सुनने में कठिनाई हो सकती है। आपको बोलने या शब्दों को पहचानने में भी कठिनाई हो सकती है।
हाथ-पैरों में कमज़ोरी या झुनझुनी
शरीर के किसी भी हिस्से में कमज़ोरी, सुन्नपन या बार-बार झुनझुनी होना न्यूरोलॉजिकल समस्या का संकेत है, जो ब्रेन ट्यूमर से भी संबंधित हो सकता है।
धुंधला दिखाई देना या दोहरी छवियाँ
दिमाग में दबाव बढ़ने के कारण दृश्य हानि, धुंधला दिखाई देना या दोहरी छवियाँ हो सकती हैं।
चक्कर आना और संतुलन संबंधी विकार
बार-बार चक्कर आना, चलते समय लड़खड़ाना या संतुलन बनाए रखने में असमर्थता एक चेतावनी संकेत हो सकता है।
उल्टी या जी मिचलाना
खासकर सुबह उठने के बाद जी मिचलाना, जो किसी और कारण से न हो, ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है।
याददाश्त या सोचने की समस्या
अगर आप छोटी-छोटी बातें भूल रहे हैं, सोचने-समझने में परेशानी हो रही है, तो यह भी ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है।
डॉक्टर को कब दिखाएं?
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं। अंगों में कमजोरी या झुनझुनी, बोलने या सुनने में दिक्कत, याददाश्त या सोचने में दिक्कत, उल्टी या जी मिचलाना या चक्कर आना और संतुलन खोना, संतुलन खोना, धुंधला दिखना या दोहरा दिखना ये सभी ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हैं।
आधुनिक तकनीकों से ट्यूमर को हटाया जा सकता है
अगर सिरदर्द के साथ ये लक्षण एक से दो हफ्ते तक दिखें और सामान्य इलाज के बाद भी सिरदर्द ठीक न हो तो मरीज को बिना देर किए न्यूरोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर एमआरआई या सीटी स्कैन जैसी जांचों के जरिए ब्रेन की स्थिति जान सकते हैं। आज के चिकित्सा विज्ञान में ब्रेन ट्यूमर का इलाज संभव है। न्यूरोसर्जन डॉ. गंगेश गुंजन ने बताया कि सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी जैसी आधुनिक तकनीकों से ट्यूमर को हटाया जा सकता है।
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Tue, Jun 03 , 2025, 08:18 PM