Hanuman ji ki Puja Vidhi : हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। चैत्र माह (Chaitra month) की पूर्णिमा तिथि को हर साल हनुमान जन्मोत्सव (Hanuman Janmotsav) मनाया जाता है। पूरे भारत और विश्व के कई भागों में बड़े उत्साह के साथ मनाई जाने वाली हनुमान जयंती भक्तों को शक्ति और सुरक्षा के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए प्रेरित करती है। कई घरों में इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा (Lord Satyanarayan is worshipped) होती है। वर्ष 2025 में इस त्यौहार में एक अनूठा पहलू सामने आएगा, क्योंकि हनुमान जयंती दो बार मनाई जाएगी, जो सांस्कृतिक और खगोलीय कारणों पर आधारित घटना है। आइए जानें हनुमान जयंती 2025, इसकी तिथियां, महत्व, अनुष्ठान और इसे घर पर कैसे मनाएं।
हनुमान जयंती 2025 तिथि और समय
वर्ष 2025 में, क्षेत्रीय मतभेदों और कैलेंडर व्याख्याओं के कारण हनुमान जयंती दो अवसरों पर मनाई जाएगी:
ये दोहरी तिथियां इस तथ्य के कारण उत्पन्न होती हैं कि विभिन्न क्षेत्र अलग-अलग चंद्र कैलेंडर का पालन करते हैं। चैत्र पूर्णिमा हनुमान जयंती उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर मनाई जाती है, जबकि मार्गशीर्ष अमावस्या हनुमान जयंती आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में अधिक प्रचलित है।
दो हनुमान जयन्तियाँ क्यों हैं?
हिंदू कैलेंडर की व्याख्या में क्षेत्रीय और सांस्कृतिक मतभेदों के कारण हनुमान जयंती वर्ष में दो बार मनाई जाती है:
चैत्र पूर्णिमा (उत्तर भारत): यह तिथि उस पारंपरिक मान्यता से मेल खाती है कि भगवान हनुमान का जन्म चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन हुआ था।
मार्गशीर्ष अमावस्या (दक्षिण भारत): यह तिथि भगवान हनुमान के प्रकट दिवस को चिह्नित करती है, जिसे दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में "हनुमान विजयम" के रूप में मनाया जाता है।
दोनों तिथियां भगवान हनुमान के जन्म और भगवान राम के प्रति उनकी अटूट भक्ति का सम्मान करती हैं, लेकिन अनुष्ठान और समय अलग-अलग हैं।
हनुमान जयंती का महत्व
हनुमान जयंती का हिन्दुओं के लिए बहुत महत्व है। भगवान हनुमान भक्ति, निस्वार्थता और शक्ति के प्रतीक हैं। उन्हें भगवान राम का सबसे बड़ा भक्त माना जाता है और रामायण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। भक्त साहस, बुराई से सुरक्षा और प्रयासों में सफलता पाने के लिए हनुमान जयंती मनाते हैं।
हनुमान जयंती 2025 के लिए पूजा मुहूर्त
किसी भी हिंदू त्योहार के लिए समय पर अनुष्ठान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है और हनुमान जयंती भी इसका अपवाद नहीं है। निर्दिष्ट पूजा मुहूर्त पर त्योहार मनाने से आध्यात्मिक लाभ बढ़ता है:
घर पर हनुमान जयंती पूजा कैसे करें?
यदि आप मंदिर नहीं जा सकते हैं, तो आप नीचे दिए गए चरणों का पालन करके घर पर हनुमान जयंती पूजा कर सकते हैं:
पूजा स्थान तैयार करें: स्थान को साफ करें और फूलों से सजाएं तथा भगवान हनुमान की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।
अर्पण: अर्पण के रूप में फल, मिठाई और एक कटोरा पानी रखें।
पूजा अनुष्ठान: दीपक और धूप जलाएं। हनुमान चालीसा और हनुमान जी को समर्पित अन्य मंत्रों का जाप करें।
आरती: मूर्ति या चित्र के सामने कपूर का दीपक दक्षिणावर्त घुमाकर आरती करें।
प्रसाद वितरण: परिवार और मित्रों के बीच प्रसाद के रूप में प्रसाद बांटें।
ध्यान: पूजा को कुछ क्षण के मौन या ध्यान के साथ समाप्त करें।
हनुमान जयंती के लिए मंत्र
हनुमान जयंती के अवसर पर मंत्र जाप करने से भक्ति बढ़ती है और हनुमान जी का आशीर्वाद मिलता है। कुछ लोकप्रिय मंत्र इस प्रकार हैं:
हनुमान गायत्री मंत्र: "ओम अंजनेयया विद्महे वायुपुत्रया धीमहि तन्नो हनुमान प्रचोदयात्"
हनुमान मूल मंत्र: "ओम हम हनुमते रुद्रातमकाया हम फट"
हनुमान चालीसा: संपूर्ण हनुमान चालीसा का श्रद्धापूर्वक पाठ करें।
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Thu, May 22 , 2025, 12:49 PM