Bird Flu: चिकन का नाम आते ही कई लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। यहां तक कि कई छोटे बच्चों को भी चिकन पसंद है। माता-पिता अपने बच्चों को चिकन भी खिलाते हैं। ऐसा ही मामला एक दो साल के बच्चे का है जिसे उसके माता-पिता ने चिकन खिलाया। इसके बाद बच्चे को बर्ड फ्लू हो गया और उसकी मृत्यु हो गई। आंध्र प्रदेश में यह एक चौंकाने वाली घटना है।
यह घटना पलानाडु जिले के नरसारावपेट कस्बे में घटी। H5N1 से एक 2 वर्षीय बालक की मृत्यु हो गई है। राज्य में बर्ड फ्लू से यह पहली मौत है। पूरे भारत में यह दूसरा मामला है।
उन्हें 4 मार्च को एम्स-मंगलगिरी में भर्ती कराया गया था। 7 मार्च को डॉक्टरों ने नाक से स्वाब के नमूने लिए। अस्पताल के वीआरडीएल में इन्फ्लूएंजा ए की पुष्टि हुई। नई दिल्ली स्थित भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) प्रयोगशाला में आगे के परीक्षण से पता चला कि यह वायरस एच5एन1 था। एनआईवी पुणे ने लड़की की मृत्यु से पहले के परिणामों की पुनः पुष्टि की। उनमें बर्ड फ्लू के लक्षण थे। 16 मार्च को उनकी मृत्यु हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि लड़की की मौत का कारण कच्चा चिकन मांस था। लड़की के माता-पिता ने बताया कि 28 फरवरी को बच्ची को कच्चा मांस खिलाया गया था। उन्होंने पहले भी कई बार ऐसा किया था और उन्हें कोई समस्या नहीं हुई थी। लेकिन इस बार उनकी तबीयत खराब हो गई। उन्हें सांस लेने में कठिनाई और दस्त जैसी गंभीर समस्याएं हो गईं। परिवार के अन्य सदस्यों ने भी पका हुआ चिकन खाया और वे स्वस्थ हैं।
नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, पशुपालन निदेशक डॉ. टी. दामोदर नायडू ने कहा कि बर्ड फ्लू का वायरस 60 से 70 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर जीवित नहीं रह सकता है। इसलिए उन्होंने लोगों को चिकन और अंडे को अच्छी तरह पकाकर खाने की सलाह दी है।
बर्ड फ्लू क्या है?
बर्ड फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला संक्रमण है। इसे एवियन फ्लू भी कहा जाता है। पक्षी रोग प्रायः पक्षियों, विशेषकर मुर्गियों में फैलते हैं। बहुत ही दुर्लभ मामलों में यह मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है। बर्ड फ्लू कई प्रकार का होता है। जैसे, H5N1, H7N9, H5N6, H5N8. ये प्रकार मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मनुष्यों में बर्ड फ्लू संक्रमण के अधिकांश मामले H5N1 प्रकार के होते हैं। यह प्रकार इतना घातक है कि इससे संक्रमित 10 में से 6 लोगों की इसके संक्रमण से मृत्यु हो जाती है।
बर्ड फ्लू मनुष्यों में कैसे फैलता है?
बर्ड फ्लू मनुष्यों में फैलने के चार मुख्य कारण हैं।
संक्रमित पक्षियों को छूना
संक्रमित पक्षी की बीट या बिस्तर को छूना
संक्रमित चिकन खाने से
संक्रमण उन स्थानों से भी हो सकता है जहां मुर्गियां या पक्षी बेचे जाते हैं।
बर्ड फ्लू के लक्षण क्या हैं?
पक्षियों में: सांस लेने में कठिनाई, छींकना, उत्पादकता में कमी
मनुष्यों में: सर्दी, बुखार, खांसी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, दस्त और सांस लेने में कठिनाई। इसके अलावा गंभीर मामलों में निमोनिया और हृदय गति में वृद्धि भी हो सकती है।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Thu, Apr 03 , 2025, 10:00 AM