मुंबई. “सरकार झूठी घोषणाओं की बारिश कर रही है. उम्मीद है कि लोग प्रशासन द्वारा अब तक किये गये कार्यों को भूल जायेंगे और फर्जी योजनाओं का शिकार हो जायेंगे. बाकी योजनाओं के बारे में मैं आज बात नहीं करूंगा. लोग उसके बारे में बात कर रहे हैं, अनुभव कर रहे हैं. मैं, आदित्य, जब भी मेरा मन होगा, अपनी आवाज उठाऊंगा. आज मैं लडका मित्र, लडका ठेकेदार, लडका उद्योगपति योजना के बारे में बात करने जा रहा हूं"उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा. धारावी पुनर्वास परियोजना (Dharavi Rehabilitation Project) को लेकर उद्धव ठाकरे ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. “धारावीकरों को जहां वे हैं, वहीं 500 वर्ग फुट का घर मिलना चाहिए. यह शिवसेना की जिद है"उद्धव ठाकरे ने कहा. “धारावी कोई झुग्गी बस्ती नहीं है. वहाँ एक और औद्योगिक झुग्गी है. घर-घर में सूक्ष्म उद्योग चल रहे हैं. उनमें से कुछ कुम्हार, इडली बनाने वाले, चमड़े का काम करने वाले हैं, वहाँ कई चीजें हैं, कल क्या करेंगे?
“हम अनगिनत टीडीआर वापस लेने और उन्हें अडानी को देने की योजना को विफल कर देंगे. हम इसे कभी सफल नहीं होने देंगे. मुंबईकरों को अडानी से टीडीआर खरीदना चाहिए, हमने इसके खिलाफ जुर्माना भी लगाया है: उद्धव ठाकरे "हम दिखा रहे हैं कि कैसे उनके ठेकेदार मित्र फर्जी योजना के पीछे बेहतर काम करने की कोशिश कर रहे हैं। मोदी-शाह की योजना मुंबई को अडानी सिटी बनाने की है. लेकिन हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे. जब कोई मराठी आदमी मुंबई में इकट्ठा होता है तो ऐसी ही चीजें करता है और मुंबई को बचाता है.
'योग्य-अयोग्य को फंसाकर धाराविकरों को बाहर करने की साजिश'
उद्धव ठाकरे ने कहा, ''हम मुंबई को कभी लूटने नहीं देंगे, मुंबई का खजाना खाली नहीं होने देंगे, मुंबई को भीख नहीं मांगने देंगे.'' उन्होंने कहा, ''वे आज ऐसी चीजें पेश कर रहे हैं जो अडानी के टेंडर के समय नहीं थीं. धारावी का प्लॉट 590 एकड़ है. इसमें 300 एकड़ में आवास है. शेष भूखंड पर माहिम नेचर पार्क और टाटा पावर स्टेशन का कब्जा है, ”उद्धव ठाकरे ने कहा. “धारावी में हर घर को अब एक नंबर दिया गया है. पात्र-अपात्र में फंसाकर धाराविकरों को बाहर करने की योजना है. हम ऐसा नहीं होने देंगे,'' उद्धव ठाकरे ने कहा। धारावी को खाली कराया जाना चाहिए. अडानी की जेब में डालना अलग से. फिर यह तो कथानक काटने का ही रूप है. उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि यह मुंबई के नागरिक संतुलन को बिगाड़ने की एक चाल है.
'540 एकड़ जमीन मांगी गई'
उन्होंने 590 एकड़ में से 540 एकड़ जमीन मांगी है. अधिक जगह की मांग करते हुए योग्य और अयोग्य की संख्या इतनी बढ़ा देनी चाहिए कि प्रोजेक्ट ही न हो सके. अधिक जगह के लिए दहिसर की मदर डेयरी, मुंबई के मीठागर, मुलुंड टोल नाका पर नजर है. उद्धव ठाकरे ने पूछा, ''किसी प्रिय मित्र के लिए स्लम योजना से किस तरह की जमीन का अधिग्रहण किया जाता है?''
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Sat, Jul 20 , 2024, 04:19 AM