मुंबई: हिंदू धर्म में ज्योतिष, अंक ज्योतिष और वास्तु शास्त्र(Vastu Shastra) का विशेष महत्व है। अधिकांश लोग अपने जीवन की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए इन विज्ञानों पर भरोसा करते हैं। हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना सपनों का घर हो। लेकिन हिंदू धर्म(Hinduism) में घर बनवाते समय या घर खरीदते समय वास्तुशास्त्र की सलाह ली जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रत्येक दिशा किसी न किसी तत्व का प्रतिनिधित्व करती है। जिस तरह हमारा शरीर पांच तत्वों से बना है, उसी तरह हमारा घर भी पांच तत्वों पर आधारित है। इसलिए सुखी जीवन जीने के लिए आपका घर दोष मुक्त होना चाहिए। वास्तु दोषों को दूर करने के लिए वास्तुशास्त्र यही करता है। इसीलिए इस विद्या का अद्वितीय महत्व है।
वास्तु शास्त्र मुख्य रूप से घर के मुख्य द्वार से लेकर रसोई कक्ष और बाथरूम तक की दिशा और स्थान का अध्ययन करता है। इस शास्त्र में घर की हर चीज की स्थिति और दिशा तय होती है। इन नियमों के अनुसार अपना घर बनाने से घर में समृद्धि और लक्ष्मी आती है। आज हम अपने घर के मुख्य द्वार की दिशा के बारे में जानने जा रहे हैं। वास्तु शास्त्र में मुख्य रूप से यह नियम है कि आपके घर का मुख्य द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में ये नियम कुछ हद तक बदल जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में राशि के अनुसार घर का मुख्य दरवाजा किस दिशा में होना चाहिए इसकी सलाह दी गई है। आइए जानते हैं कुंडली के अनुसार मुख्य द्वार किस दिशा में होना चाहिए।
कुंडली के अनुसार घर का मुख्य द्वार किस दिशा में होना चाहिए?
ज्योतिष शास्त्र(astrology) के अनुसार यदि आपके घर में मुख्य व्यक्ति कर्क, वृश्चिक या मीन राशि का है तो आपके घर का दरवाजा पूर्व दिशा में होना चाहिए। अगर ऐसा है तो आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी और घर में खुशहाली आएगी। साथ ही घर में हमेशा लक्ष्मी की सुगंध बनी रहती है।
यदि आपके घर में परिवार के मुखिया की राशि वृषभ, तुला और कुंभ में से एक है, तो आपके घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में होना चाहिए। अगर ऐसा है तो यह आपके घर के लिए बहुत फायदेमंद है। घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती। पैसा आपके घर की ओर आकर्षित होता है।
यदि आपके घर के मुख्य व्यक्ति की राशि मेष, सिंह और धनु में से एक है तो आपके घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा में होना चाहिए। अगर ऐसा है तो आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती है। घर में लक्ष्मी का वास होता है। घर में प्यार और स्नेह बना रहता है। साथ ही अगर आपके परिवार में मुख्य व्यक्ति की राशि मिथुन, कन्या या मकर है तो आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में होना चाहिए। यदि हां, तो यह आपके लिए बहुत फलदायी होगा।
घर में मुख्य या अन्य दरवाजे के संबंध में विशेष नियम
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार आमतौर पर उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना शुभ होता है। साथ ही घर में दरवाजों की संख्या भी बराबर होनी चाहिए। 2, 4, 6, 8, आदि। लेकिन 10, 20 या 30 नहीं. साथ ही घर में दरवाजे या खिड़कियाँ पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। मुख्य प्रवेश द्वार दोगुना अवश्य दो मंजिला होना चाहिए। मुख्य दरवाजा खोलते समय चरमराने की आवाज नहीं आनी चाहिए। यदि आप इन पहलुओं पर ध्यान देते हैं तो आपके घर में लक्ष्मी का वास होता है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
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Sun, Jul 14 , 2024, 11:49 AM