मुंबई: बीजेपी(BJP) ने ओबीसी नेताओं के लिए खास रणनीति तैयार की है. बताया जा रहा है कि फड़णवीस ने केंद्रीय नेतृत्व से पंकजा मुंडे(Pankaja Munde) को राज्यसभा का सांसद बनाने का अनुरोध किया है. उधर, एकनाथ खडसे ने अमित शाह से मुलाकात की. आरक्षण को लेकर ओबीसी के प्रतिनिधिमंडल में भुजबल भी शामिल थे. जानिए ओबीसी को सशक्त बनाने के पीछे की रणनीति.
एकनाथ खडसे(Eknath Khadse) ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की, यानी अगले कुछ दिनों में नाथाभाऊ की बीजेपी में एंट्री के दरवाजे खुल सकते हैं और ओबीसी की मांगों को लेकर भूख हड़ताल के बाद जो प्रतिनिधिमंडल सरकार से चर्चा कर रहा है, उसमें पंकजा के साथ छगन भुजबल भी शामिल हैं. मुंडे. संदेश साफ है, बीजेपी ओबीसी नेताओं को फ्रंटफुट पर ला रही है. अब देखते हैं कि बीजेपी ने ओबीसी नेताओं को ताकत देने के लिए आंदोलन क्यों शुरू किया है.
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव(Lok Sabha elections) में जारंग फैक्टर ने मराठवाड़ा में बीजेपी और महागठबंधन पर असर डाला. लोकसभा नतीजों के मुताबिक, 48 सांसदों में से 26 मराठा सांसद हैं और 9 सांसद ओबीसी हैं. 6 महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं, बीजेपी की कोशिश उन ओबीसी नेताओं को ताकत देने की है जो कहते हैं कि उनका डीएनए ओबीसी है, ओबीसी वोटरों को संदेश देना है.
सरकार ने मराठा समुदाय को अलग से 10 फीसदी आरक्षण दिया है. अब सरकार ने परिजनों का मामला सुलझाने के लिए जारंग से एक महीने का समय लिया है. वहीं, सरकार का कहना है कि ओबीसी आरक्षण पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ओबीसी प्रतिनिधिमंडल में पंकजा मुंडे, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, गोपीचंद पडलकर, प्रकाश शेंडगे जैसे ओबीसी नेता भी शामिल किए गए हैं.
कार्यों से यह भी दिख रहा है कि आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा ओबीसी नेताओं के साथ खड़ी है. इसलिए खबर है कि लोकसभा में बीड की हार के बाद खुद फड़णवीस ने केंद्रीय नेतृत्व से पंकजा मुंडे को राज्यसभा का सांसद बनाने का अनुरोध किया था. अगर ऐसा हुआ तो पंकज का राजनीतिक पुनर्वास होगा, जो 2019 से लंबित है.
लोकसभा में हार के बाद कोई कैसे चाहेगा कि पंकजा मुंडे हीरो बनें? ऐसा कहकर उन्होंने गुस्से भरी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
उदयन राजे और पीयूष गोयल के लोकसभा चुनाव जीतने के कारण महाराष्ट्र से राज्यसभा की 2 सीटें खाली हो गईं..इसलिए एक सीट के लिए पंकजा मुंडे को उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
वहीं दूसरी ओर बीजेपी से दूर हो चुके एकनाथ खडसे जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. नाथा भाऊ की बहू रक्षा खडसे बीजेपी सांसद हैं और उन्हें मंत्री भी बनाया गया है. रक्षा खडसे के साथ एकनाथ खडसे ने अमित शाह से मुलाकात की.
महाराष्ट्र हो या देश...ओबीसी बीजेपी का वोट बैंक है, इससे कोई इनकार नहीं करता...महाराष्ट्र में मराठा और ओबीसी आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है.
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Sat, Jun 22 , 2024, 07:13 AM