पुणे: पुणे के कल्याणीनगर में पोर्शे रैश ड्राइविंग मामले (Porsche rash driving case) में अजितदादा गट (Ajitdada group) के विधायक सुनील टिंगरे का नाम आने से अजित पवार (Ajit Pawar) के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है. मालूम हो कि इस मामले में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सुनील टिंगरे (Sunil Tingre) पर गाज गिराई है. अजित पवार ने टिंगरे से कहा है कि उन्हें नहीं पता कि एमएलए का इस्तेमाल कहां और कैसे करना है. खबर है कि पुणे में हिट एंड रन मामले (hit and run case in Pune) में टिंगरे की हरकतों से अजित पवार काफी नाराज हैं.
कुछ दिन पहले अजित पवार गुट की एक अहम बैठक मुंबई में हुई थी. उस बैठक से सुनील टिंगरे अनुपस्थित थे. ऐसे में अब यह चर्चा छिड़ गई है कि आखिर सुनील टिंगरे बैठक से गायब क्यों थे. अब जानकारी सामने आ रही है कि अजित पवार ने इस मामले को लेकर सुनील टिंगरे को आड़े हाथ लिया है. पुणे हिट एंड रन मामले में सुनील टिंगरे का नाम आने पर अजित पवार ने सुनील टिंगरे से नाराजगी जाहिर की है. 'क्या आप जानते हैं कि विधायकी का उपयोग कैसे और कहाँ करना है?' सूत्रों ने जानकारी दी है कि अजित पवार ने सुनील टिंगरे को ऐसे शब्दों में डांटा.
पोर्शे मामले में फंसे सुनील टिंगरे!
पोर्शे एक्सीडेंट के बाद नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल ने सुनील टिंगरे को फोन किया और फिर टिंगरे सुबह-सुबह पुलिस स्टेशन गए. साथ ही विपक्ष ने उन पर नाबालिग आरोपी को पिज्जा देने का भी आरोप लगाया. इस पर सफाई देते हुए सुनील टिंगरे ने कहा कि मैंने पुलिस पर कोई दबाव नहीं डाला. हालाँकि, यह भी पता चला कि यह टिंगरे ही थे जिन्होंने ससून अस्पताल के डॉक्टर अजय थावरे की नियुक्ति की सिफारिश की थी, जिन पर नाबालिग आरोपी के रक्त के नमूनों में बदलाव करने का आरोप है और जिन्होंने इस संबंध में मंत्री हसन मुश्रीफ को एक सिफारिश पत्र दिया था. इसके बाद इस मामले में टिंगरे की विरोधियों ने काफी आलोचना की थी.
क्या वह सीट अजित पवार गुट के हाथ से जाएगी?
तो अब ऐसा लग रहा है कि इस घटना की सीधी मार एनसीपी अजित पवार गुट पर पड़ रही है. इस मामले में सुनील टिंगरे का नाम विवादों में आने से अजितदादा ग्रुप मुश्किल में है. इसलिए डर है कि टिंगरे का विधानसभा क्षेत्र अजितदादा गुट के हाथ में चला जाएगा. सुनील टिंगरे वडगांव शेरी से विधायक हैं. अब इस पर सवालिया निशान है कि क्या आने वाले चुनाव में यह सीट अजितदादा गुट के पास रहेगी. साथ ही विपक्ष ने इस पूरे मामले पर अजित पवार पर निशाना साधा. तो अब अजित पवार काफी गुस्से में हैं और पता चला है कि उन्होंने सुनील टिंगरे को थप्पड़ मार दिया है. अब देखना होगा कि अजित पवार इस मामले में टिंगरे पर कोई फैसला लेते हैं या नहीं.
सुनील टिंगरे की एनसीपी की विफलता
2019 के विधानसभा चुनाव में सुनील टिंगरे ने वडगांव शेरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. उस वक्त उन्होंने बीजेपी के जगदीश मुलिक को हराया था. लेकिन उसके बाद जो राजनीतिक गणित बदला है उसमें अजित पवार की एनसीपी को वडगांव शेरी विधानसभा सीट महागठबंधन में मिल सकती है. हालांकि, सुनील टिंगरे की वजह से अब एनसीपी गोच बन गई है. इसलिए, अजीत पवार समूह हाट का निर्वाचन क्षेत्र खो सकता है. उधर, इस मामले में अपने सहयोगी विधायक के फंसने के बावजूद बीजेपी ने इस पर कोई प्रतिक्रिया या अपना पक्ष बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. तो ऐसा लगता है कि बीजेपी वडगांव शेरी विधानसभा क्षेत्रों में सुरक्षित खेल खेल रही है. सांसद बनने का मौका गंवाने के बाद जगदीश मुलिक विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में अब लगता है कि बीजेपी के पास इस सीट पर दावा करने का मौका है.
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Wed, May 29 , 2024, 10:56 AM