Snoring And yoga : बहुत से लोग नींद में खर्राटे लेते हैं। खर्राटों का मुख्य कारण वजन, उम्र और कोई बीमारी है। लेकिन हालांकि इससे खर्राटे लेने वाले को कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन यह उसके साथ सोने वालों की नींद में खलल डालता है। दरअसल, कोई भी व्यक्ति जानबूझ कर खर्राटे नहीं लेता। दिलचस्प बात यह है कि खर्राटे लेने वाले व्यक्ति को पता ही नहीं चलता कि वह नींद में खर्राटे ले रहा है। लेकिन जब सुबह उठकर उन्हें इसके बारे में बताते हैं तो वे नाराज हो जाते हैं. कुछ लोगों के लिए यह एक शर्मनाक विषय है। कुछ तो इस समस्या के कारण किसी रिश्तेदार या दोस्त के घर जाने से भी कतराते हैं। लेकिन योगासन आपके खर्राटों को रोकने या कम करने में सहायक होते हैं। योग में कुछ ऐसे आसन हैं, जिन्हें करने से खर्राटों पर काबू पाया जा सकता है।
अनुलोम-विलोम (Anulom-Vilom)
अनुलोम-विलोम एक बहुत ही सरल और प्रभावशाली प्राणायाम है। योग का यह रूप आपके श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है। अनुलोम-विलोम शरीर और दिमाग को भी आराम देता है। इससे नींद अच्छी आती है और खर्राटे की समस्या से भी राहत मिलती है।
भुजंगासन (Bhujangasana)
भुजंगासन को कोबरा पोज के नाम से भी जाना जाता है। यह योग रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और सीने के भारीपन से भी राहत दिलाता है। इससे बेहतर सांस लेने में मदद मिलती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है और खर्राटे की समस्या दूर हो जाती है।
सर्वांगासन (Sarvangasana)
सर्वांगासन को शोल्डर स्टैंड भी कहा जाता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है। इसके अलावा, यह आपके श्वसन तंत्र को भी मजबूत बनाता है। छाती की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
सिंहासन
सिंहना यानी सिंह मुद्रा आपको सिंह जैसी शक्ति प्रदान करती है। इस आसन के नियमित अभ्यास से न केवल गले और चेहरे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, बल्कि आपकी श्वास नलिकाएं भी खुल जाती हैं। इस पोजीशन में सोते समय आसानी से सांस ली जा सकती है और खर्राटों की समस्या खत्म हो जाती है
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Mon, May 13 , 2024, 04:43 AM