कइयों के पास मिले शराब के लाइसेंस
प्रयोगशाला में इस्तेमाल के लिए लाया जाता है शुद्ध अल्कोहल
मुंबई: नवी मुंबई में न्हावा शेवा बंदरगाह (Nhava Sheva Port) पर प्रयोगशाला में उपयोग के लिए इस्तेमाल करने की जानकारी देकर शुद्ध एथिल अल्कोहल (pure ethyl alcohol) की एक बड़ी खेप पकड़े जाने के बाद दक्षिण बॉम्बे सहित राज्य भर की कई बड़ी कंपनियां सीमा शुल्क अधिकारियों की जांच के दायरे में हैं। पिछले दिनों पकड़े गए खेप से जुड़े मामले में के राज के मालिक मनोहर तोलानी को बयां दर्ज करने के लिए बुलाया गया था। लेकिन बाद में मनोहर तोपनी चले गए और फिर उनका बेटा आया जिसने मामले में बयान दर्ज करवाया। दो हफ्ते पहले कस्टम विभाग (customs department) ने इनपर करवाई करते हुए कंटेनर पकड़े थे। वे न केवल भारी मात्रा में सीमा शुल्क की चोरी कर रहे हैं, बल्कि राज्य सरकार द्वारा लगाए गए कई अन्य करों की भी चोरी कर रहे हैं।
कस्टम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से कई कंपनियों की सहायक कंपनियां शराब लाइसेंस रखती हुई पाई गई हैं। इसका मतलब यह है कि इस 'सफेदपोश तस्करी' का प्रभाव अर्थशास्त्र से परे कहीं अधिक बड़ा प्रभाव डाल सकता है। शुद्ध इथेनॉल (एथिल अल्कोहल) को केवल पतला करके अवैध अल्कोहल का उत्पादन करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, इसमें शामिल कई व्यापारी संदिग्ध दवा कंपनियों को यह कच्चा माल उपलब्ध कराते पाए गए हैं, जो इसका उपयोग कफ सिरप जैसी दवाएं बनाने के लिए करते हैं, जो अफ्रीका में कई बच्चों की मौत से जुड़ी हैं। एक अधिकारी ने बताया कि मामले में कुछ लोगों को बचाने की भी कोशिश की जा रही है। जिसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को की जानी है।
5 सितंबर को, न्हावा शेवा बंदरगाह पर रमजिंग एंड इंटेलिजेंस (आर एंड आई) सेल के सीमा शुल्क अधिकारियों ने 95 लाख मूल्य का 58,000 लीटर अनडिनेचर्ड इथेनॉल (एथिल अल्कोहल) जब्त किया था। अगले एक सप्ताह में उन्होंने 71,000 लीटर और जब्त किया। एक अधिकारी ने बताया कि जिन व्यापारियों को हमने ऐसा करते हुए पकड़ा है उनमें से कुछ के खिलाफ पिछले कुछ वर्षों में कई मामले दर्ज किए गए हैं। उनमें से कई यूनाइटेड किंगडम और चीन से रसायन आयात करते हैं। चीन से आयातित उत्पाद विशेष रूप से खराब गुणवत्ता का है क्योंकि उनके देश में इन उत्पादों के लिए कोई मानकीकरण नहीं है।
लगभग पंद्रह दिन पहले कस्टम अधिकारियों ने कई कंपनी प्रमुखों को इन गलत घोषित आयातों के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया था। जिन कंपनियों की जांच की जा रही है उनमें सोलापुर की हेमंत ट्रेडिंग कंपनी, मुंबई शहर की के राज एंड कंपनी, नई दिल्ली स्थित आदर्श साइंटिफिक कॉर्पोरेशन और मुंबई की एन्क्यूब एथिकल्स शामिल हैं।
एक अधिकारी ने यह भी बताया कि के राज के मनोहर तोलानी जैसे कुछ लोग अधिकारियों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। उन्होंने सामग्री के गलत वर्गीकरण और शराब के आयात को नियंत्रित करने वाले कानूनों के बारे में अनभिज्ञता व्यक्त की। हालाँकि, हमें बाद में उनकी फर्मों के जीएसटी रिकॉर्ड मिले, जिसमें शराब की बिक्री और उस पर आवश्यक राज्य उत्पाद शुल्क का भुगतान दिखाया गया था।
कई कंपनियों को बार-बार उल्लंघन करने के लिए जाना जाता है, उनके द्वारा कई करोड़ रुपये की ड्यूटी चोरी के रिकॉर्ड बनाए गए हैं। सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा उनके आयात की लगातार जब्ती की गई है, लेकिन उनकी कई खेपों को अभी भी बिना जांच के मंजूरी दे दी गई है। यहां एक बड़ी समस्या यह है कि इनमें से किसी भी कंपनी को अब तक कोई वास्तविक परिणाम नहीं भुगतना पड़ा है। उनमें से किसी को भी काली सूची में नहीं डाला गया है, या अपराधियों को इस अत्यधिक लाभदायक व्यवसाय से हतोत्साहित करने के लिए पर्याप्त भारी जुर्माना नहीं दिया गया है।
सीमा शुल्क अधिकारियों ने अब राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के अधिकारियों को भी इसमें शामिल कर लिया है। उन्हें उन गोदामों का विवरण प्रदान किया गया है जहां यह अवैध रूप से आयातित शराब संग्रहीत है। एक उत्पाद शुल्क अधिकारी ने बताया कि आयातकों को एथिल अल्कोहल के आयात, निर्यात, परिवहन, खरीद, उपयोग और बिक्री के लिए राज्य उत्पाद शुल्क विभाग से लाइसेंस और अनुमति लेने की आवश्यकता है। “हालांकि, जिन कंपनियों का नाम लिया जा रहा है उनमें से कई को आवश्यक अनुमति नहीं मिली है। जिन कंपनियों की सूची प्रदान की गई है वहां कस्टम विभाग अबतक नहीं पहुंचा है। आखिरकार इस तरीके से टैक्स चोरी ककरने का व्यवसाय कब तक बंद होगा यह सवाल सबसे बड़ा है।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Fri, Sep 29 , 2023, 09:53 AM