प्रतिनिधिमंडल सदस्यों ने ने पानीपुरी, भेल, समोसा, वड़ा पाव, पाव भाजी का चखा स्वाद
मुंबई: जी-20 डिजास्टर रिस्क रिडक्शन वर्किंग ग्रुप (G-20 Disaster Risk Reduction Working Group) के 120 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल (120 member delegation) ने मंगलवार को मनपा मुख्यालय का दौरा किया। सदस्यों ने ब्रिटिश काल में बने मनपा मुख्यालय की मुख्य इमारत में हेरिटेज वॉक (Heritage Walk) किया और मनपा मुख्यालय से लगी दूसरी इमारत में बने आपदा प्रबंधन कक्ष (Disaster Management Cell) का अध्ययन दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान रोकथाम, शमन आदि के संबंध में मनपा की तैयारियों की सराहना की।
मनपा के आपदा प्रबंधन कक्ष में विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों में किस तरह मनपा का डिजास्टर लोगो को सहायता उपलब्ध कराता है और बड़ी दुर्घटना होने से बचने का उपाय सुझाता है इसका जायजा लिया। मुंबई में विभिन्न प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान आपातकालीन संचालन केंद्र के काम करने का तरीका और प्रबंधन द्वारा उपकरण के उपयोग के साथ जनभागीदारी बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी जी-20 प्रतिनिधियों को समझाया गया।
प्रतिनिधिमंडल ने समूह मनपा मुख्यालय के ऐतिहासिक भवन का 'हेरिटेज वॉक' (Heritage Walk) किया। सदस्यों को मुख्यालय भवन की ऐतिहासिक जानकारी, निर्माण, स्थापत्य, इतिहास आदि की मूलभूत जानकारी दी गई। अतिथियों ने इस शानदार वास्तुकला के मूल स्वरूप को संरक्षित करने के लिए मनपा द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। करीब दो से तीन घंटे के इस दौरे के दौरान मनपा की ओर से प्रतिनिधिमंडल के स्वागत समारोह के साथ मेहमानों को मुंबई के लोकप्रिय व्यंजन और लोक कला का भी आनंद लिया।
मेहमानों ने चखा मुंबई का लोकप्रिय व्यंजन
मनपा मुख्यालय के केंद्रीय प्रांगण में जी-20 प्रतिनिधिमंडल (G-20 delegation) के लिए एक छोटा सा स्वागत समारोह आयोजित किया गया था । मेहमानों ने मुंबई के लोकप्रिय व्यंजनों का भी लुत्फ उठाया। मेहमानों ने मुंबई की पानी पुरी, भेल, चाट, समोसा, वड़ा पाव, पाव भाजी, सहित मुंबई मसाला चाय का स्वाद चखा और व्यंजन चखने के बाद उसकी जमकर प्रशंसा भी की। व्यंजनों का स्वाद चखने के बाद प्रतिनिधियों ने भारतीय और विशेष रूप से मुंबईकर के संस्कृति की बारे में भी जाना और उसकी सराहना भी की।
मेहमानों ने बांसुरी वादकों से राग 'हंसध्वनि' बजाने की फरमाइश की
मनपा मुख्यालय प्रांगण के कोर्टयार्ड क्षेत्र में मेहमानों के लिए एक विशेष बांसुरी वादन का कार्यक्रम रखा गया था । पंडित भूपेंद्र बेलबंसी इस दौरान बांसुरी पर यमन राग बजा रहे थे तभी मेहमान उनके पास पहुंचे और राग का आनंद लिया। इस दौरान अतिथियों ने पंडित भूपेंद्र बेलबंसी से राग 'हंसध्वनि' बजाने का अनुरोध किया। पंडित बेलबंशी ने भी उनका आग्रह पूरा किया। पंडित जी ने अपनी भावना व्यक्त की कि अतिथियों ने इस प्रकार भारतीय शास्त्रीय संगीत का एक राग मंगवाकर सुखद धक्का देने की बात कही। प्रतिनिधियों के दौरे को देखते हुए मनपा मुख्यालय की सुरक्षा के तौर पर पूरे मंगलवार को लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
मनपा डिजास्टर शुरू होने की कहानी
महाराष्ट्र सरकार ने 1993 के लातूर भूकंप के बाद एक अधिसूचना द्वारा सभी जिलों को संचार और समन्वय उद्देश्य के लिए अपने नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया था। मनपा प्रशासन ने 1999 में तीन टेलीफोन लाइनों के साथ लगभग 500 वर्ग फुट क्षेत्र में मनपा की दूसरी इमारत के तहखाने में दो हॉटलाइन के साथ एक आपदा प्रबंधन इकाई स्थापित की गई। 26 जुलाई, 2005 को मुंबई में आई प्रलयकारी बाढ़ जिसमे मुंबई में रिकॉर्ड बारिश और बाद में बाढ़ से जान-माल का भारी नुकसान हुआ था उसके बाद मुंबई में आपातकालीन विभाग के महत्व और उसकी उपयोगिता के महत्व पर प्रकाश डाला। मनपा ने एक वर्ष के भीतर आपदा नियंत्रण कक्ष को बनाने का निर्णय लिया गया। सीमित कर्मचारियों के साथ 4000 वर्ग फुट क्षेत्र में आपातकालीन स्थितियों को प्रभावी ढंग से निपटने के लिए आधुनिक उपकरणों वाला एक डिजास्टर विस्तारित किया गया। वर्ष 2017 में आपदा प्रबंधन विभाग का और विस्तार किया गया और दूसरी मंजिल पर अत्याधुनिक डिजास्टर के रूप में रूपांतरित कर बड़ा 7000 वर्ग फुट क्षेत्र में केंद्र बनाया गया।
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Tue, May 23 , 2023, 09:01 AM