अखिल विश्व रा-धा-स्व-आ-मी सत्संग जगत में प्रकृति पर्व बसंत पंचमी व राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस की धूम

Sat, Jan 28 , 2023, 11:29 AM

Source : Hamara Mahanagar Desk

ऋतु बसंत आये सतगुरु जग में, चलो चरनन पर सीस धरो री ।
अखिल विश्व रा-धा-स्व-आ-मी सत्संग परिवार ने पर्यावरण सुरक्षा-संरक्षा के संदेश के साथ पूरे विश्व में प्रकृति पर्व बसंत और राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस (Republic Day)  हर्षोल्लास, उमंग और भक्तिभाव से मनाया। इस अवसर पर रा-धा-स्व-आ-मी सत्संग मुख्यालय दयालबाग व देश-विदेश में  स्थित इसके विभिन्न केंद्रों पर विविध धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, खेलकूद, बेबी शो सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें सभी उम्र के सत्संगी भाई, बहनों और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मुख्य आयोजन राधास्वामी सत्संग मुख्यालय दयालबाग आगरा में रा-धा-स्व-आ-मी सत्संग के मुख्य आचार्य प्रोफेसर प्रेम सरन सत्संगी के सानिध्य में आयोजित हुआ। ई-कास्केड के माध्यम से हुए इसके लाइव प्रसारण से पूरे विश्व के सत्संगी भाई-बहन इससे जुड़े रहे। साथ ही उन्होंने अपने-अपने केंद्रों पर भी विविध धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
इस अवसर पर महाराष्ट्र और गुजरात क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष, पी एस मल्होत्रा (सेवानिवृत्त IRSME अधिकारी) ने बताया कि महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा क्षेत्र के 15 केंद्रों में बसंत का कार्यक्रम पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया । सभी केन्द्रों पर  इस मौके पर सुबह के सत्संग व शब्द पाठ के बाद आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेलकूद प्रतियोगिता में सत्संगी भाई-बहनों और बच्चों ने उत्साह से भाग लिया। विशेष बात यह रही कि कार्यक्रम के मुख्य आयोजन स्थल दयालबाग आगरा की तरह यहां पर भी प्रकृति पर्व बसंत पंचमी को सत्संगी भाई, बहनों और बच्चों ने पर्यावरण प्रेमी के तौर पर मनाया।  सभी जगह सत्संग हाल के प्रांगण व  सूरत, नागपुर व पनवेल  में स्थित सत्संग की पूरी कॉलोनी को  विशेष साज-सज्जा कर उसे दुल्हन की तरह सजाया, जिसकी मनोरम छटा का आनंद लेने को में स्थानीय नागरिक भी  जुटे। इस सुवसर पर बरोडा ब्रांच में नई सत्संग कॉलोनी का निर्माण कार्य का भी शुभारंभ किया गया । इस पूरे आयोजन में पर्यावरण सुरक्षा और संरक्षण का खास ख्याल रखा गया। साज-सज्जा और सजावट में अधिकांशत: सौर ऊर्जा चलित एलईडी लाइट्स और बल्ब का इस्तेमाल किया गया। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले और वायु प्रदूषण फैलाने वाले दीये-मोमबत्ती इत्यादि चीजों का कतई इस्तेमाल नहीं किया गया।
इस मौके पर आयोजित बेबी शो, फैन्सी ड्रेस-शो, जिमनास्टिक्स, ड्राइंग वी पेंटिंग एवं विभिन्न प्रकार की खेलकूद प्रतियोगिताओं में सभी वर्ग के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया।
”आज आया बसन्त नवीन । सखी री खेलो गुरु संग फाग रचाय ।। “
माघ मास में पड़ने वाली पंचमी ‘माघ सुदी पंचमी’, जिसे बसंत पंचमी और ऋतुराज भी कहा जाता है, नई उत्साह, उमंग और ऊर्जा का द्योतक है। शीत ऋतु के पश्चात् बसंत ऋतु प्रारंभ होते ही मानों सभी पशु, पक्षी, मानव व वनस्पति में नई ऊर्जा, उमंग और उत्साह का संचार हो जाता है 
”देखो देखो सखी अब चल बसन्त फूल रही जहँ तहँ बसंत।। “
 पी एस मल्होत्रा ने  बताया कि इस समय राधास्वामी सत्संग संवत 2005 चल रहा है। बसंत पंचमी का रा-धा-स्व-आ-मी सत्संग में विशेष महत्व है, इसी दिन राधास्वामी मत के प्रथम आचार्य  परम पुरूष पूरन धनी हुजूर स्वामी जी महाराज ने 15 फरवरी 1861 को जगत उद्धार के संदेश संग सत्संग आम जारी फरमाया। राधास्वामी मत के पांचवें आचार्य सर साहबजी महाराज ने 20 जनवरी 1915 को बसंत पंचमी के ही दिन  आगरा में राधास्वामी सत्संग मुख्यालय दयालबाग की स्थापना को शहतूत का पौधा लगा नींव रखी थी, जिसने संपूर्ण ब्रह्मांड को नई सत्संग संस्कृति से परिचित कराया। 1 जनवरी 1916 को राधा स्वामी एजुकेशनल इंस्टिट्यूट (आर‌ईआई) मिडिल स्कूल की स्थापना कर शिक्षा और अध्यात्म के समावेश से नई जीवन पद्धति (Way of Life) का संदेश दिया। वर्तमान में यह पौधा दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट समविश्वविद्यालय (Dayalbagh educational institute deemed to be university) के रूप में वट वृक्ष बन पूरे विश्व में अपनी छटा बिखेर रहा है।
”आज आई बहार बसंत उमंग मन गुरु चरनन लिपटाय ।।”

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups