Hostel vs PG: क्या पहली बार घर से बाहर जाने वाले बच्चों के लिए हॉस्टल बेहतर है या पीजी? जानिए विस्तृत तुलना!

Mon, Jun 30 , 2025, 10:15 AM

Source : Hamara Mahanagar Desk

Hostel vs PG: कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया के साथ ही अभिभावकों और छात्रों के सामने एक बड़ा सवाल यह उठता है कि अपने बच्चों को हॉस्टल में रखें या पीजी (पेइंग गेस्ट) में? दोनों में कई बुनियादी अंतर हैं और फैसला लेते समय छात्र की उम्र, आदतें, आजादी और सुरक्षा को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। आइए देखें कि हॉस्टल और पीजी में क्या अंतर है, इसके क्या फायदे और नुकसान हैं और माता-पिता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

हॉस्टल क्या है?
हॉस्टल छात्रों के लिए शैक्षणिक संस्थानों द्वारा प्रदान की जाने वाली आवासीय सुविधा है। इसमें सख्त नियम और कानून हैं, जिसमें आगमन और प्रस्थान का समय, भोजन का समय और बाहरी लोगों तक पहुंच शामिल है। हॉस्टल आमतौर पर कॉलेज परिसर में या उसके पास स्थित होता है, जिससे यात्रा का समय और लागत बचती है। हॉस्टल शुल्क में भोजन, बिजली, इंटरनेट और पानी जैसी सुविधाएं शामिल हैं। साथ रहने से छात्रों में दोस्ती, सहयोग और सामाजिक कौशल विकसित होते हैं।

पीजी क्या है?
पीजी शब्द "पेइंग गेस्ट" का संक्षिप्त रूप है। पीजी एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें छात्र या कामकाजी लोग किसी दूसरे के घर या निजी इमारत में किराए पर रहते हैं और इसके लिए वे हर महीने एक निश्चित राशि (किराया) देते हैं। रहने के साथ-साथ भोजन, वाई-फाई, बिजली, पानी जैसी कुछ सुविधाएं भी दी जाती हैं। कई बार ये किराए का हिस्सा होती हैं, तो कई बार अलग से ली जाती हैं।

हॉस्टल के फायदे:
हॉस्टल में 24 घंटे वार्डन, सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी की व्यवस्था होती है, जिससे अभिभावकों की चिंता कम होती है। साथ ही, भोजन, पानी, बिजली और इंटरनेट जैसी सभी सुविधाएं एक तय शुल्क पर उपलब्ध होती हैं। हॉस्टल कॉलेज के बहुत करीब होता है, इसलिए आने-जाने का समय और खर्च बचता है और चूंकि एक ही उम्र के लड़के लड़कियों के साथ होते हैं, इसलिए दोस्ती, सहयोग और सामाजिक कौशल भी बढ़ता है।

हॉस्टल के नुकसान:
कभी-कभी हॉस्टल में बहुत सख्त नियम होते हैं। आपको एक निश्चित समय पर हॉस्टल में आना होता है, बाहरी लोगों को अंदर आने की अनुमति नहीं होती। इसलिए थोड़ी कम आज़ादी होती है। साथ ही, ज़्यादातर समय आपको एक ही कमरा शेयर करना पड़ता है, जिससे प्राइवेसी कम होती है। खाना एक तय मेन्यू पर होता है, इसलिए स्वाद या वैरायटी कम हो सकती है। कुछ हॉस्टल में कमरे भी छोटे होते हैं और उनमें एसी या प्राइवेट बाथरूम जैसी सुविधाएं नहीं होती हैं।

पीजी के फायदे:
पीजी का मतलब है पेइंग गेस्ट। यहां आप अपनी जरूरत के हिसाब से कमरा चुन सकते हैं और नियम भी थोड़े कम हैं, इसलिए समय की ज्यादा बाध्यता नहीं होती। कई पीजी में आप अपने बजट के हिसाब से एसी, वाई-फाई, गर्म पानी, खाना जैसी सभी सुविधाएं चुन सकते हैं। इसके अलावा, पीजी अलग-अलग लोकेशन पर उपलब्ध होते हैं, इसलिए आप कॉलेज या मार्केट के पास रह सकते हैं।

पीजी के नुकसान:
पीजी निजी व्यक्तियों द्वारा चलाए जाते हैं, इसलिए वे जरूरी नहीं कि सुरक्षित हों, आपको पानी, बिजली, इंटरनेट और खाने के लिए अलग से किराया देना पड़ सकता है, जिससे लागत बढ़ जाती है। कई बार पीजी कॉलेज से दूर होते हैं, इसलिए आने-जाने में समय और पैसा लगता है। कई बार मालिक बहुत ज्यादा नियम लगा देते हैं या जरूरी सुविधाएं ठीक से मुहैया नहीं कराते। इसलिए पीजी चुनते समय सावधानी से जांच-पड़ताल करना जरूरी है।

माता-पिता के लिए सुझाव:
1. पहली बार बाहर जाने वाले बच्चों के लिए हॉस्टल एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि इससे उन्हें देखरेख, नियमित दिनचर्या और सामाजिक माहौल मिलता है।
2. पीजी उन बच्चों के लिए भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो स्वतंत्र हैं और आज़ादी पसंद करते हैं, लेकिन कुछ बातों की जाँच करनी होगी:
• मकान मालिक की पृष्ठभूमि, सुरक्षा व्यवस्था, कॉलेज से दूरी
• सभी शर्तें पहले से ही स्पष्ट कर लें
• वरिष्ठों या स्थानीय परिचितों से जानकारी लें

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups