World of dreams: एक नहीं बल्कि सात तरह के सपने इंसान महसूस करते हैं! आपने कौनसा महसूस किया है? किसका है जीवन पर अधिक महत्व?

Fri, May 23 , 2025, 09:45 AM

Source : Hamara Mahanagar Desk

स्वप्न सात प्रकार के होते हैं - देखे हुए, सुने हुए, अनुभव किए हुए, प्रार्थना किए हुए, कल्पित, भक्तिपूर्ण और दोषपूर्ण। इन सात प्रकार के सपनों में से चार प्रकार के सपने - देखे गए, सुने गए, महसूस किए गए और प्रार्थना किए गए - का जीवन में ज्यादा महत्व नहीं होता। इसलिए, पवित्र और दोषपूर्ण सपने आपके जीवन के दर्पण की तरह काम करते हैं और उनके सच होने की पूरी संभावना होती है।

यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि कब सपने सच होते हैं और कब सपने झूठे होते हैं। कुछ सपने केवल कल्पनाएं होती हैं, उनका वास्तविकता से कोई आधार नहीं होता और उनका सच्चाई से कोई संबंध नहीं होता। सपने कितने प्रकार के होते हैं? डॉ. हर्ष ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि सपने सात प्रकार के होते हैं।

1) दृश्य स्वप्न: पहला सपना वह होता है जो हम दिन में देखते हैं, अगर वह सपने में देखा जाए तो उसे 'दृश्य स्वप्न' कहते हैं।

2) श्रुत स्वप्न : दूसरे प्रकार का स्वप्न वह होता है जो हम दिनभर सुनते हैं और यदि वह स्वप्न में देखा या सुना जाए तो उसे 'श्रुत' कहते हैं।

3) अनुभव सपना: तीसरा सपना वह होता है जिसका हम दिनभर में अनुभव करते हैं, सपने में जो बात मन में आती है, उसे 'अनुभव' कहते हैं।

4) प्रार्थनापूर्ण स्वप्न: चौथा स्वप्न वह है जिसकी हम कामना करते हैं। वे चीजें हमें सपनों में आती हैं, उन्हें ‘प्रार्थनापूर्ण’ सपना कहा जाता है।

5) काल्पनिक स्वप्न: पांचवां स्वप्न, जो कल्पना से भरा होता है, जिसका कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं होता तथा वास्तविकता से उसका कोई संबंध नहीं होता, उसे 'काल्पनिक' स्वप्न कहते हैं।

6) भक्तिमय स्वप्न: शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल देने वाला छठा स्वप्न 'भक्तिमय' स्वप्न कहलाता है और इसका हमारे जीवन में घटित होने वाली घटनाओं से गहरा संबंध होता है।

7) बुरा सपना: सातवां सपना एक 'बुरा' सपना है, जो आपके स्वास्थ्य से संबंधित है।

कौन से सपने सच होते हैं?
इन सात सपनों में से - देखा, सुना, महसूस किया, प्रार्थना की - इन सपनों का जीवन में ज्यादा महत्व नहीं है। ऐसे सपने सच नहीं होते। इसके विपरीत, भक्तों और श्रद्धालुओं के सपने सच होने की संभावना कहीं अधिक होती है। इसके अलावा, सोने के बाद पहले तीन घंटों में देखे गए सपनों के सच होने की संभावना बहुत कम होती है, जबकि रात के अंतिम प्रहर (अंतिम तीन घंटे) में देखे गए किसी भी सपने के सच होने की संभावना बहुत अधिक होती है।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups