दैनिक आहार में छोटे या बड़े बदलाव, काम का बढ़ता तनाव, शारीरिक गतिविधि की कमी, मानसिक तनाव, जंक फूड का अत्यधिक सेवन, अपर्याप्त नींद आदि का शरीर पर तत्काल प्रभाव पड़ता है। अक्सर शरीर में दिखने वाले लक्षणों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। हालाँकि, ऐसा करने से छोटी बीमारियाँ अधिक गंभीर हो सकती हैं। इसलिए शरीर में दिख रहे लक्षणों को नजरअंदाज न करते हुए डॉक्टर की सलाह के अनुसार इलाज कराना चाहिए। शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ मूत्र और पसीने के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। किडनी की समस्या शुरू होने के बाद शुरुआती दिनों में शरीर में सामान्य लक्षण दिखने लगते हैं। इसके कई लक्षण हैं जैसे पेशाब से झाग आना, पेशाब का रंग बदलना या बार-बार पेशाब आना।
मूत्र (Urine) में होने वाले परिवर्तनों को नजरअंदाज किए बिना उनका तुरंत इलाज किया जाना चाहिए। किडनी खराब होने के बाद शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने की प्रक्रिया बाधित होने लगती है। गुर्दे की क्षति के बाद मूत्र में परिवर्तन होने लगते हैं। इसीलिए आज हम आपको किडनी फेल (Kidney failure) होने के बाद पेशाब में होने वाले बदलावों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। इसलिए, भविष्य में उत्पन्न होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को नजरअंदाज किए बिना अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
मूत्र का रंग गहरा होना:
किडनी फेल होने के बाद पेशाब में कई बदलाव देखे जाते हैं। पेशाब का रंग पीला दिखाई देने लगता है। इसके अलावा कुछ लोगों के पेशाब का रंग बहुत गहरा हो जाता है। इसके अलावा, यदि गुर्दे ठीक से काम नहीं कर रहे हों, तो मूत्र का रंग गहरा पीला, भूरा या नारंगी हो जाता है। गुर्दे की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी होने पर पेशाब में झाग आने लगता है। इसके अलावा रक्त शुद्ध करने की प्रक्रिया में कई बाधाएं उत्पन्न होती हैं। इसलिए, गुर्दे की विफलता को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
मूत्रमार्ग में लगातार जलन होना:
अक्सर मसालेदार या अत्यधिक गर्म भोजन खाने से शरीर में सूजन आ जाती है। हालाँकि, गुर्दे की कार्यप्रणाली ख़राब होने के बाद भी, मूत्र संबंधी सूजन में लगातार वृद्धि होती रहती है। पेशाब करते समय चुभन या चुभन जैसा दर्द होता है। यदि संक्रमण पूरे शरीर में फैल जाए तो इससे गुर्दे में सूजन आ सकती है या गुर्दे की कार्यप्रणाली बाधित हो सकती है।
मूत्र में लगातार झाग आना:
अक्सर पेशाब करते समय झाग आने लगता है। हालाँकि, कई लोग इस समस्या को बहुत आम मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। हालाँकि, यह समस्या आम नहीं है और यह किडनी फेल्योर का संकेत है। प्रोटीन मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है। शरीर से प्रोटीन का रिसाव बहुत खतरनाक है। इसलिए आपको पेशाब में झाग को नजरअंदाज किए बिना डॉक्टर से उचित सलाह लेनी चाहिए।
नोट – यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है और इसमें किसी भी प्रकार के उपचार का दावा नहीं किया गया है। कोई भी उपाय करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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Sun, May 18 , 2025, 02:54 PM