Health Tips: हमारी प्रकृति में ऐसे कई पेड़-पौधे हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। अतीत में जब दवाइयों की कमी होती थी तो इन्हीं पौधों का उपयोग किया जाता था। इन्हीं पौधों में से एक है 'अघाड़ा' (Aghada)। यह एक औषधीय पौधा है। आयुर्वेदिक डॉक्टर महेश कुमार ने लोकल 18 को बताया कि अघाड़ा पौधा अपने कांटेदार बीजों और लंबे फूलों के लिए जाना जाता है। आयुर्वेद में इसे बहुत महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है और इसका प्रयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है।
75 वर्षीय दादी मांगी देवी ने बताया कि पहले अघाड़ा का प्रयोग कई प्रकार की बीमारियों के इलाज में किया जाता था। इसकी जड़ों, पत्तियों और बीजों का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता था। इसे वात और कफ दोषों को शांत करने में उपयोगी माना जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसका उपयोग घावों को भरने, दर्द से राहत दिलाने और पेट संबंधी विकारों के इलाज के लिए किया जाता था।
दादी मांगी देवी ने बताया कि अघाड़े के पेड़ की जड़ चबाने से दांत दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा पहले इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर जोड़ों पर लगाया जाता है। इससे जोड़ों के दर्द से राहत मिलेगी। वहीं इसके बीज का चूर्ण शहद के साथ लेने से पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा इसके पत्तों का रस लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं।
डॉक्टरों ने बताया कि इसकी जड़ का काढ़ा सूजन और गठिया के इलाज में कारगर है। इसका पेस्ट खुजली, दाद और खाज के लिए उपयोगी है। आयुर्वेदिक डॉक्टरों का कहना है कि अघाड़ा रक्त को शुद्ध करता है और त्वचा संबंधी विकारों को ठीक करता है।
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Sat, May 17 , 2025, 09:45 AM