Lord Hanuman: हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान की उपस्थिति शीघ्र प्राप्त करने के लिए उनके नाम का जप करना महत्वपूर्ण है। देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करने से आपके जीवन में सकारात्मकता बढ़ती है। मान्यता के अनुसार, यदि कोई कलियुग में भगवान हनुमान की पूजा (worships Lord Hanuman) करता है तो उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। सनातन में यह माना जाता है कि हनुमानजी जागृत देवता हैं। वह अमर हैं और अभी भी पृथ्वी पर हैं, यही कारण है कि कलियुग में उनकी पूजा को विशेष महत्व दिया जाता है। हर भगवान की पूजा के कुछ नियम होते हैं, लेकिन हनुमानजी की पूजा को लेकर महिलाओं के लिए कुछ विशेष नियम हैं, जैसे कि महिलाएं हनुमानजी की पूजा करते समय उनकी मूर्ति को छू नहीं सकती हैं, लेकिन इस नियम के पीछे क्या कारण है?
महिलाएं हनुमान की मूर्ति को क्यों नहीं छूतीं?
इस संबंध में एक धार्मिक कथा प्रचलित है। मान्यता के अनुसार हनुमानजी ब्रह्मचारी थे और उन्होंने जीवनभर इसका पालन किया। हालाँकि धार्मिक शास्त्रों में हनुमानजी के विवाह का वर्णन कई जगह मिलता है। शास्त्रों के अनुसार हनुमानजी विवाहित थे। लेकिन यह विवाह केवल चार प्रमुख ज्ञान प्राप्त करने के लिए किया गया था क्योंकि यह ज्ञान केवल विवाहित व्यक्ति को ही प्राप्त हो सकता है। इसलिए सूर्यदेव (Sun God) ने अपनी पुत्री सुवर्णा (Suvarna) के साथ उनका विवाह तय किया। सुवर्चला एक महान तपस्वी थी और विवाह के तुरंत बाद वह तपस्या में लीन हो गयी। विवाह के बाद हनुमानजी ने चारों विद्याओं का अध्ययन प्रारंभ किया और अंततः सभी विद्याओं को सीखने में सफल हुए। इस प्रकार हनुमानजी का विवाह हो गया और उनका ब्रह्मचर्य भी नहीं टूटा।
महिलाओं के लिए हनुमानजी की पूजा के नियम
हनुमानजी ने हर स्त्री को माता के समान दर्जा दिया तथा जीवन भर ब्रह्मचर्य का पालन किया। यही कारण है कि महिलाएं हनुमानजी को छूती नहीं हैं, लेकिन वे उनकी पूजा कर सकती हैं, पूजा की अन्य रस्में निभा सकती हैं, दीपक जला सकती हैं, हनुमान चालीसा का पाठ कर सकती हैं, यहां तक कि प्रसाद भी चढ़ा सकती हैं, लेकिन माना जाता है कि वे बजरंग बली को छू नहीं सकती हैं।
हनुमानजी को समस्याओं का समाधान करने वाला देवता माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा करने से जीवन में कठिनाइयां, भय और नकारात्मकता दूर होती है। हनुमानजी की पूजा से भक्तों को शारीरिक और मानसिक शक्ति मिलती है, साथ ही साहस और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। हनुमानजी की पूजा से नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियां दूर होती हैं, जिससे घर और जीवन में सकारात्मकता आती है। हनुमानजी को मंगल ग्रह का स्वामी माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा करने से मंगल दोष कम हो जाता है। हनुमानजी की पूजा से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और दुख कम होते हैं, साथ ही व्यक्ति को शांति और खुशी प्राप्त करने में भी मदद मिलती है। हनुमानजी की पूजा से जीवन में बाधाएं और समस्याएं दूर होती हैं, तथा सफलता और सकारात्मकता की प्राप्ति होती है। मंगलवार को हनुमानजी की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है, क्योंकि यह हनुमानजी का दिन माना जाता है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से सुरक्षा मिलती है, साथ ही साहस और शक्ति में भी वृद्धि होती है। हनुमानजी की पूजा से भक्तों में भक्ति और समर्पण बढ़ता है, जिससे उन्हें दिव्यता से जुड़े अनुभव प्राप्त होते हैं।
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Fri, May 09 , 2025, 09:11 PM