Ladki Bahin Yojana: सरकार ने लाडकी बहिन योजना के लिए कितने करोड़ रुपये आवंटित किए हैं? आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में सामने आई महत्वपूर्ण जानकारी

Fri, Mar 07 , 2025, 03:49 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

मुंबई: राज्य विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाली लाडकी बहिन योजना (Ladki Bahin Yojana) के लिए महायुति सरकार (Mahayuti government) द्वारा खर्च की गई धनराशि की सही जानकारी सामने आई है। राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को विधानसभा में प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट (Economic Survey Report) महाराष्ट्र में जून से दिसंबर (चुनाव अवधि) तक के छह महीनों के लिए लाडकी बहिन योजना के आंकड़े दिए गए हैं। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, लाडकी बहिन योजना के तहत जून 2024 से दिसंबर 2024 तक राज्य में 2 करोड़ 38 लाख लाभार्थी महिलाओं को कुल 17,505 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं।

राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री माझी लाडकी योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत 21 से 65 वर्ष की आयु की महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये दिए जाते थे। महायुति सरकार ने वादा किया था कि विधानसभा चुनाव में सत्ता में आने पर लाडकी बहन योजना को बढ़ाकर 2,100 रुपये कर दिया जाएगा। हालांकि, हकीकत में विधानसभा चुनाव खत्म होते ही राज्य सरकार ने लाडकी बहिन योजना के लिए तय मापदंडों को सख्ती से लागू करना शुरू कर दिया। 2.5 लाख रुपये से अधिक वार्षिक आय वाले और घर में चार पहिया वाहन वाले लाभार्थियों का सर्वेक्षण शुरू हो गया है। इसलिए कई महिलाओं ने लाडकी  बहन योजना का लाभ न लेने के लिए स्वयं ही आवेदन कर दिया था। इसके अलावा लाडकी बहन योजना के लिए ई-केवाईसी और जीवन प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया गया। परिणामस्वरूप, लगभग 10 लाख प्यारी बहनें अयोग्य हो गईं।

महाराष्ट्र आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु इस प्रकार हैं:
महाराष्ट्र सरकार के अर्थशास्त्र एवं सांख्यिकी निदेशालय द्वारा प्रस्तुत “महाराष्ट्र आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25” के अनुसार, राज्य की आर्थिक विकास दर 7.3% रहने का अनुमान है, जो भारत की विकास दर 6.5% से अधिक है।

 1) राज्य की अर्थव्यवस्था और आय
2024-25 के लिए नाममात्र जीएसडीपी (वर्तमान मूल्यों पर) ₹45.31 लाख करोड़ और स्थिर मूल्यों पर ₹26.12 लाख करोड़ अनुमानित है।
महाराष्ट्र का नाममात्र जीएसडीपी 2023-24 में ₹40.55 लाख करोड़ था, जबकि 2022-23 में यह ₹36.41 लाख करोड़ था।
राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 13.5% है, जो सबसे अधिक है।
प्रति व्यक्ति आय 2024-25 में 3,09,340 रुपये तक पहुंच जाएगी, जो 2023-24 में 2,78,681 रुपये होगी।

2) मुद्रास्फीति और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई)
•अप्रैल-दिसंबर 2024 के दौरान राज्य में औसत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) ग्रामीण क्षेत्रों में 394.1 और शहरी क्षेत्रों में 371.1 था।
•ग्रामीण क्षेत्रों में मुद्रास्फीति दर 6% दर्ज की गई, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह 4.5% दर्ज की गई।

3) खाद्यान्न और सार्वजनिक वितरण प्रणाली
•दिसंबर 2024 तक राज्य में 265.20 लाख राशन कार्ड धारक होंगे (पीले-58.9 लाख, सेब-184.24 लाख, सफेद-22.07 लाख)।
•52,813 राशन की दुकानों को ePoS मशीनों से जोड़ा गया है और दिसंबर 2024 तक 1.51 करोड़ परिवारों ने आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से राशन प्राप्त किया है।
•'एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड' योजना के तहत महाराष्ट्र के 1.05 लाख राशन कार्ड धारकों ने अन्य राज्यों से खाद्यान्न खरीदा, जबकि अन्य राज्यों के 11.93 लाख लाभार्थियों ने महाराष्ट्र से खाद्यान्न खरीदा।

4) राज्य का राजस्व और व्यय
•2024-25 में राज्य का अपेक्षित राजस्व ₹4,99,463 करोड़ है, जिसमें कर राजस्व ₹4,19,972 करोड़ और गैर-कर राजस्व ₹79,491 करोड़ होने का अनुमान है।
• 2024-25 में राजस्व व्यय ₹5,19,514 करोड़ होगा, जो 2023-24 के ₹5,05,647 करोड़ से अधिक है।
•राज्य की 2024-25 की वार्षिक योजना ₹1,92,000 करोड़ और जिला स्तरीय योजना ₹23,528 करोड़ होगी।

5) कृषि और सिंचाई
•2024-25 खरीफ सीजन में 157.59 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई, अनाज उत्पादन में 49.2%, दलहन में 48.1%, तिलहन में 26.9% की वृद्धि हुई, लेकिन गन्ना उत्पादन में 6.6% की कमी आई।
•2024-25 रबी सीजन में 62.81 लाख हेक्टेयर में बुवाई, अनाज में 23%, दलहन में 25% की वृद्धि, लेकिन तिलहन उत्पादन में 22.7% की कमी।
•2023-24 में सिंचित क्षेत्र 21.74 लाख हेक्टेयर, उत्पादन 326.88 लाख टन।
•महानदी परियोजना के अंतर्गत 56.33 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता सृजित की गई है, वास्तविक सिंचित क्षेत्र 39.27 लाख हेक्टेयर है।

6) ऊर्जा और बुनियादी ढांचा
•2024 में राज्य की बिजली उत्पादन क्षमता 38,601 मेगावाट है, जिसमें से 52.8% तापीय, 32% नवीकरणीय ऊर्जा है।
•मुंबई तटीय सड़क परियोजना का एक हिस्सा शुरू हो गया है।
•‘महाराष्ट्र लॉजिस्टिक्स नीति 2024’ और ‘महाराष्ट्र पर्यटन नीति 2024’ लागू की गई।

7) शिक्षा और स्वास्थ्य
•104,499 प्राथमिक विद्यालय और 28,986 माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय।
• ‘मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना’ के तहत 2.38 करोड़ महिलाओं को ₹17,505 करोड़ की सहायता वितरित की गई।
•स्वच्छ भारत मिशन के तहत 29 शहर ओडीएफ, 89 ओडीएफ+, 264 ओडीएफ++ घोषित किए गए।

8) उद्योग और निवेश
•महाराष्ट्र 31% एफडीआई हिस्सेदारी के साथ भारत से शीर्ष पर रहा।
•46.74 लाख एमएसएमई उद्योग पंजीकृत हुए, जिससे 2.01 करोड़ रोजगार सृजित हुए।

9) पर्यटन और परिवहन
•2022 में महाराष्ट्र में 111.3 लाख घरेलू और 1.5 लाख अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आए।
•मुंबई मेट्रो, पुणे मेट्रो, नागपुर मेट्रो और नवी मुंबई मेट्रो परियोजनाएं तेज गति से शुरू हो रही हैं।

10) जल संरक्षण एवं पर्यावरण
•जल जीवन मिशन के अंतर्गत 88% घरों को नल से जोड़ा जा चुका है।
•स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 99.3% ठोस अपशिष्ट संग्रहण, 88% अपशिष्ट प्रसंस्करण।

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