Marathi language: ऐतिहासिक दिन! मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा, केंद्र सरकार का सबसे बड़ा फैसला; जानिए सभी नेताओं ने क्या प्रतिक्रिया दी?

Fri, Oct 04 , 2024, 08:34 AM

Source : Hamara Mahanagar Desk

 मुंबई : आज महाराष्ट्र के लिए ऐतिहासिक दिन है. क्योंकि अब एक ऐसी खबर सामने आई है जो महाराष्ट्र को गौरवान्वित कर देगी. केंद्र सरकार (Central Government) ने मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने का फैसला किया है. कई वर्षों से यह मांग उठ रही थी कि मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए(Marathi language declared classical language). केंद्र सरकार के इस फैसले से मराठी भाषा सात समंदर पार तक और तेजी से और प्रभावी ढंग से पहुंच सकेगी. केंद्र सरकार का यह फैसला महाराष्ट्र के साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने के लिए है. केंद्रीय कैबिनेट की अहम बैठक में यह फैसला हुआ. इस बैठक में मराठी भाषा को विशिष्ट दर्जा देने का निर्णय लिया गया. केंद्र सरकार ने मराठी के साथ पांच और भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है. केंद्र सरकार द्वारा मराठी के साथ-साथ बंगाली, असमिया, पाली और प्राकृत को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है.

केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Minister Ashwini Vaishnav) ने यह खुशखबरी दी. “अब तक हमारे पास जो अधिसूचित शास्त्रीय भाषाएँ थीं. इसमें कन्नड़, तेलुगु, मलयालम था. एक नई भाषा का प्रस्ताव था. वे ढांचे में फिट बैठते हैं और उन्हें क्लासिक्स का दर्जा दिया गया है. अश्विनी वैष्णव ने टिप्पणी की कि अब जो नई भाषाएं आएंगी उन्हें भी इसी ढांचे में फिट किया जाएगा.

महाराष्ट्र के 12 करोड़ लोगों की ओर से हम आपको तहे दिल से धन्यवाद देते हैं: फड़णवीस
मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने के बाद उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस (Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis) ने प्रतिक्रिया दी है. “आज मयमराठी के इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन है! केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज मराठी भाषा को विशिष्ट भाषा का दर्जा देने का फैसला किया। महाराष्ट्र की 12 करोड़ जनता की ओर से मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और केंद्रीय मंत्रिमंडल के सभी माननीय मंत्रियों को हार्दिक धन्यवाद देता हूं.

"इस दिन को चमकाने के लिए, मैंने लगातार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) के नेतृत्व का अनुसरण किया है, जब मैं मुख्यमंत्री था और अब भी. लीला चरित्र, ज्ञानेश्वरी, विवेक सिंधु जैसी कई पुस्तकों के आधार पर मराठी भाषा को क्लासिक साबित करने में कई विद्वानों और विद्वानों की जरूरत पड़ी। मैं उनका भी बहुत आभारी हूं. आख़िरकार आज वह सुदीन आ गया. नवरात्रि के पहले दिन माता का यह आशीर्वाद मन को बहुत सुखद अनुभूति देता है. मैं महाराष्ट्र और दुनिया भर के सभी मराठी लोगों को हृदय से बधाई देता हूं. देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा है कि मराठी भाषा के सर्वांगीण विकास के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर अनुदान के साथ-साथ वह सभी सहायता मिलने का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है.

मराठी भाषा मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने क्या कहा?
संस्कृति और मराठी भाषा मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Minister Sudhir Mungantiwar) ने प्रतिक्रिया दी. "यह खुशी का क्षण है. यह गर्व का क्षण है. हमारी मराठी पूरी दुनिया में पहुंचनी चाहिए. हमारी संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत दुनिया के मराठी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। ये मांग 35 साल से है. शरद पवार जब केंद्र में मंत्री थे, तभी से इसकी मांग होती रही है. ये महाराष्ट्र के लिए ख़ुशी का पल है. हमने छत्रपति शिवाजी महाराज का 350वां राज्याभिषेक समारोह मनाया। अब सरकार द्वारा मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दे दिया गया है. बहुत खुश और गौरवान्वित। हम मोदी को बधाई देते हुए एक प्रस्ताव पारित करेंगे. इस क्षेत्र में काम करने वाले लोग हैं, साहित्यिक लोग हैं, आइए उनकी एक समिति बनाएं और व्याकरण और शब्दावली को बढ़ाने का प्रयास करें”, सुधीर मुनगंटीवार ने टिप्पणी की.

एकनाथ शिंदे की क्या है प्रतिक्रिया?
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी प्रतिक्रिया दी है. “मेरी मराठी बोलने की सराहना की जाती है. हमने यह शर्त जीत ली. सभी मराठी वासियों को बधाई!!! अंततः मेरी मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिल गया! एक लड़ाई सफल रही. इसके लिए महाराष्ट्र सरकार ने लगातार केंद्र का समर्थन किया था. हम अपनी प्रिय भाषा को उचित सम्मान देने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदीजी, साथ ही केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत को धन्यवाद देते हैं. इस कार्य में कई मराठी भाषियों, विचारकों, भाषा विद्वानों, लेखकों और आलोचकों ने मदद की. बहुत बहुत धन्यवाद", एकनाथ शिंदे ने कहा.

नितिन गडकरी की पहली प्रतिक्रिया
मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. “सभी मराठी लोगों के लिए खुशी का क्षण! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने का फैसला किया गया. यह मेरे मराठी के इतिहास में एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय है.इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए समस्त महाराष्ट्र वासियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हृदय से धन्यवाद एवं महाराष्ट्र की जनता को बधाई! हम प्रधान मंत्री के नेतृत्व में मेरी मराठी के सर्वांगीण विकास और बचाव के लिए प्रतिबद्ध और प्रतिबद्ध हैं”, नितिन गडकरी ने टिप्पणी की.

शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त करने का क्या लाभ है?

  • शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त करने वाले विद्वानों के लिए हर साल दो राष्ट्रीय पुरस्कार होते हैं.
  • शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने के बाद अध्ययन उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया गया है.
  • प्रत्येक विश्वविद्यालय में शास्त्रीय भाषा का एक अध्ययन केन्द्र स्थापित किया जाता है.  

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