कचरे की समस्या होगी समाप्त
एक हजार मैट्रिक टन कचरे से निर्माण होगी बायोगैस
मुंबई। महानगर गैस लिमिटेड (Mahanagar Gas Limited) मुंबई के कचरे से गैस (Will make gas from waste) बनाने की तैयारी की दिखाई है। एशिया का सबसे बड़ा प्लांट मुंबई में लगेगा। रोजाना एक हजार मैट्रिक टन गीले कचरे से गैस बनेगी। महानगर गैस लिमिटेड द्वारा लगने वाले इस प्लांट से मुंबई के कचरे समस्या निपटारा हो जाएगा। महानगर गैस लिमिटेड के अधिकारी ने बताया कि मुंबई में निकलने वाले कचरे में बड़ी मात्रा में गीला कचरा निकलता है। अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय से मुंबई में कचरे से गैस प्लांट लगाने का प्रस्ताव आया था। इस संयंत्र को मनपा और महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) के साथ संयुक्त रूप से स्थापित करेगी, जो भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड (गेल) का एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। मनपा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुंबई में निकलने वाले कचरे से गैस बनाने का प्लांट लगाने की तैयारी एमजीएल ने दिखाई है। इस संयंत्र से प्रतिदिन 1,000 टन गीले कचरे पर प्रक्रिया कर गैस बनाने की क्षमता होगी।अधिकारी ने बताया की यह एशिया का सबसे बड़ा बायो-गैस संयंत्र बन जाएगा। इसके पहले अक्टूबर 2022 में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पंजाब के संगरूर जिले में एक सीबीजी संयंत्र लगाया था.. जो 300 टन कचरे पर प्रक्रिया कर रोजाना 33 टन गैस का उत्पादन करेगा। मुंबई में रोजाना 6,000 मैट्रिक टन कचरा निर्माण होता है। जिसमें से 3,500 टन गीला-कचरा पैदा होता है. जिसका उपयोग गैस बनाने में किया जाएगा। इसके अलावा बचा हुआ कचरा सूखा कचरा होता है। जिसमें प्लास्टिक जैसी गैर-अपघटनीय वस्तुएं शामिल होती हैं। मनपा और एमजीएल द्वारा सयुंक्त रूप से लगाए जाने वाले प्रोजेक्ट से रोजाना 1,000 मैट्रिक टन गिला कचरा पर प्रक्रिया होगी। जो निक आधार पर मुंबई में उत्पन्न होने वाले दैनिक गीले कचरे का लगभग एक तिहाई होगा।यह एशिया का सबसे बड़ा बायो-गैस संयंत्र होगा। इस संयंत्र को स्थापित करने के पीछे मूल विचार यह सुनिश्चित करना है कि गैस आपूर्ति का उत्पादन हो सके। मनपा ने इसके पहले हाजी अली में इ एक छोटा संयंत्र स्थापित किया था जिससे गैस का निर्माण कर उसे बिजली में तब्दील किया जा रहा है। मुंबई में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर गैस उत्पादन के लिए संयंत्र लगाने की तैयारी दिखाई है। मनपा अधिकारी ने बताया कि मनपा और एमजीएल अगले कुछ हफ्तों में इस संयंत्र के निर्माण और संचालन के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेंगे। मनपा प्लांट लगाने के लिए एमजीएल को जमीन मुहैया कराएगी, जबकि एमजीएल पूंजीगत खर्च वहन करेगी। मनपा अधिकारियो ने जानकारी दी कि इस संयंत्र को स्थापित करने के लिए पूर्वी उपनगरों में तीन भूखंड को निश्चित किया गया है और अंतिम निर्णय समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले लिया जाएगा। दोनों पक्षों के बीच समझौता पर हस्ताक्षर होने के एक साल के भीतर संयंत्र चालू हो जाएगा। इस तरह की जानकारी मनपा और एमजीएल के अधिकारी ने दी। एमजीएल अधिकारी ने मनपा से अनुबंध होने के बाद अधिक जानकारी देने कही। इस बीच बता दे की मनपा देवनार डंपिंग ग्राउंड पर कचरे से बिजली पैदा करने सयंत्र लगा रही है जबकि कांजुरमार्ग डंपिंग ग्राउंड (Kanjurmarg Dumping Ground) पर कचरे से खाद बनाने का काम शुरू है। कचरे से बायोगैस का प्रोजेक्ट शुरू हो जाता है तो मुंबई के कचरे की समस्या कुछ हद खत्म हो जाएगी। डंपिंग ग्राउंड पर कचरा जाने से बच जाएगा।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Fri, May 05 , 2023, 06:26 AM