० बिहार विधान परिषद के सभापति ने की मुलाकात
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने को विश्वास जताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) के पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने के फैसले से महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) (एमवीए) गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पवार ऐसा कुछ नहीं करेंगे, जिससे विपक्ष की एकता को नुकसान पहुंचे। ठाकरे ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं, बल्कि तानाशाही के खिलाफ हैं। हालांकि, ठाकरे ने पवार के पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने के फैसले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। शरद पवार ने मंगलवार को मुंबई में राकांपा प्रमुख के पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था। उल्लेखनीय है कि एमवीए गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा शामिल हैं।
गुरुवार को बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर (Devesh Chandra Thakur) ने मातोश्री जाकर उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाबत देवेंश ठाकुर ने बताया कि वे उद्धव ठाकरे से सदिच्छा भेंट के लिए आए थे। हमारे बीच कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई।इस मुलाकात के दौरान विधान परिषद सदस्य कपिल पाटिल भी मौजूद थे। बाद में पत्रकारों से उद्धव ठाकरे ने बात की। उस वक्त उनके साथ आदित्य ठाकरे और संजय राऊत भी मौजूद थे।पवार की किताब के कुछ पहलू ऐसे हैं, जो उद्धव ठाकरे के बारे में हैं, लेकिन उद्धव उन आलोचनाओं का जवाब टाल गए। उन्होंने कहा कि शरद पवार ने अपने ऑटोबायोग्राफी में मेरे ऊपर जो टिप्पणी की है, उस पर मुझे इतना ही कहना है कि हर कोई अपनी आत्मकथा लिखता है। बतौर मुख्यमंत्री मैंने जो काम किया है, वह जनता के सामने है और मेरे इस काम के चलते ही मैं घर-घर तक पहुंचा हूं। इस कारण महाराष्ट्र का हर परिवार मुझे अपने घर का सदस्य मानता है।
पवार ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि स्वास्थ्य कारणों से उद्धव ठाकरे की कुछ मर्यादाएं थी। बालासाहेब ठाकरे से बातचीत में जो सहजता हमें मिलती थी, वैसी ठाकरे में नहीं थी। मुख्यमंत्री के रूप में राज्य से संबंधित सभी समाचार उनके पास होने चाहिए। सभी राजनीतिक घटनाओं पर नजर होनी चाहिए। भविष्य की स्थिति को देखते हुए कदम उठाए जाने चाहिए, लेकिन हम सभी ने महसूस किया कि यह कमी थी और इसका मुख्य कारण उद्धव ठाकरे में अनुभव कम होना था। एमवीए सरकार गिरने से पहले जो स्थिति बनी थी, ठाकरे ने कदम पीछे खींच लिए और मुझे लगता है कि इसके पीछे मुख्य कारण उनका स्वास्थ्य था।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि धर्म के नाम पर वोट मांगने के लिए उनके पिता बाल ठाकरे के मतदान करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कर्नाटक में जय बजरंग बली नारे का इस्तेमाल करके वोट मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि चुनाव से संबंधित कानून अब बदल गए हों।मोदी ने बुधवार को कर्नाटक के लोगों से कांग्रेस को “सजा” देने के लिए वोट देते समय ‘जय बजरंग बली’ का नारा लगाने की अपील की। कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया है, जिसे लेकर भाजपा के नेता पार्टी के खिलाफ हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। नब्बे के दशक के अंत में एक सार्वजनिक रैली में धर्म के नाम पर वोट मांगकर भ्रष्ट आचरण में लिप्त पाए जाने के बाद बाल ठाकरे के मतदान करने पर छह साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था। उद्धव ने कहा कि यदि मोदी जय बजरंग बली कह रहे हैं, तो मैं भी कर्नाटक में रहने वाले मराठी भाषी लोगों से मतदान करते समय जय भवानी, जय शिवाजी का नारा लगाने की अपील करता हूं। बारसू में रिफाइनरी का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस बल के इस्तेमाल पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे बारसू जाने से रोकने के बजाय सरकार को लोगों के बीच जाना चाहिए और उनके सवालों का जवाब देना चाहिए।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Thu, May 04 , 2023, 10:11 AM