मुंबई : एनसीबी मुंबई ने ड्रग्स की सप्लाई करनेवाले गिरोह का भांडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस ने ड्रग्स (drugs) की सप्लाई करनेवाले मुख्य आरोपी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी के घर से पुलिस ने ड्रग्स, नकद और गहने जब्त किये हैं। एनसीबी से मिली जानकारी के मिताबिक आरोपी अंतरराज्यीय सिंडिकेट (interstate syndicate) चलता था। वह न सिर्फ मुंबई, महाराष्ट्र बल्कि अगल बगल के राज्यों में भी ड्रग्स का व्यवसाय करता था।
एनसीबी को भिवंडी इलाके में सिंडिकेट के चलाये जाने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद एनसीबी की टीम ने सर्विलेंस लगाया और जैसे ही आरोपी ड्रग्स का व्यवहार करने पहुंचे पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। आरोपी ड्रग्स लेने ही आये थे और एक रैकेट को चलाने का जिम्मा लिया था। लेकिन इससे पहले की व्यवसाय शुरू होता पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया। मामले की अधिक जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।
घर के सर्च में मिला ड्रग्स हर नकद
एनसीबी ने इस ड्रग्स रैकेट के सरगना अंसारी के घर पर छापेमारी किया जिसमें 2 किलो मेफेड्रोन ड्रग्स समेत 36 लाख रुपए नकद और 7 लाख के गहने बरामद किए हैं। एनसीबी से मिली जानकारी के मुताबिक अंसारी पिछले 5 सालों से इस ड्रग्स व्यवसाय को रैकेट की तरफ चलता था और मुंबई समेत माहाराष्ट्र के आसपास के इलाके में ड्रग्स का व्यवसाय चलाता था।
ऐसे हुआ रैकेट का भांडाफोड़
दरअसल एनसीबी को जानकारी मिलने के बाद पहले इसकी पुष्टि की गई। इसके बाद आरोपी अंसारी का बैकग्राउंड जानने की कोशिश की गई। एनसीबी के अधिकारियों ने टेक्निकल सर्विलेंस शुरू किया तब पता चला कि आरोपी महाराष्ट्र समेत आसपास के राज्यों में भी ड्रग्स का गोरखधंधा चलाता है। एनसीबी को जानकारी मिली है कि आरोपी अंसारी ने मुंबई के ड्रग्स सप्लायर वीर और रोशन से संपर्क कर ड्रग्स लेंव कब लिए बुलाया है। एनसीबी ने भिवंडी में ही इन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछाया और 30 अप्रैल को जैसे ही आरोपी मिले पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया।
पुलिस से बचने के लिए तरकीब
आरोपी को पता था कि ड्रग्स खरीदना और बेचना दोनों गुनाह है। इसके अलावा भी जांच एजेंसियों की कार्रवाई को वह बहुत ही बारीकी से वह समझता था। इसलिए कपङे पास वह न तो ड्रग्स रखता था नही सप्लाई करने जाता था। आरोपी ड्रग्स मंगवाकर तुरंत मांग करनेवालों को सौंप देता था। जिससे उनका इंवॉलमेंट कागज पर नहीं दिखता था।
कैश लेकर करता था व्यवसाय के नाम पर
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी अंसारी तकनीकी बातों में फंस सके इसलिए कभी भी व्यवसाय कैश में ही करता था। वह हमेशा पैसों की लेनदेन ककिश में करता था। उसी पैसे से उसने जेवरात भी बनाये थे, जिसे एनसीबी ने जब्त कर लिया है। अंसारी खुद को बहुत लो प्रोफ़ाइल रखता था, जिससे किसीको उपकर सहर्क़ न हो।
जड़ तक पहुंचने की कोशिश
एनसीबी द्वारा की गई पूछताछ में पता चला है कि इस कारोबार का सरगना वह अकेला ही नहीं है। वह सिर्फ ड्रग्स की सप्लाई जिम्मा भी संभालता था। एनसीबी की टीम अब ड्रग्स बनानेवाले मवनयूफ्रेक्चरर की तलाश में जुटी हुई है।
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Mon, May 01 , 2023, 07:40 AM